16वीं शताब्दी के दौरान तैयार किया गया
वेटिकन शतरंज सेट का इतिहास 16वीं शताब्दी में खोजा जा सकता है, जब कैथोलिक चर्च अपनी शक्ति और धन के शिखर पर था। यह वह समय था जब चर्च ने अपनी संपत्ति और शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए वेटिकन शतरंज सेट सहित कला के कई कार्यों को शुरू किया था। यह 16वीं शताब्दी के दौरान इतालवी कारीगरों के कौशल और कैथोलिक चर्च की संपत्ति और शक्ति का सच्चा प्रमाण है।
इतालवी कारीगरों का जटिल कौशल
ये टुकड़े बेहतरीन सामग्रियों से बने हैं और इतालवी कारीगरों द्वारा हाथ से बनाए गए हैं, जो सदियों से अपने कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं। डिज़ाइन शास्त्रीय विषयों से प्रेरित हैं और इसमें रूपक आकृतियाँ, धार्मिक रूपांकनों और अन्य प्रतीकों जैसे तत्व शामिल हैं। शतरंज के मोहरे भी अत्यधिक विस्तृत हैं, जिनमें जटिल उत्कीर्णन, जड़ना और सोने का पानी चढ़ाना जैसे जटिल विवरण हैं।
वेटिकन से जुड़ा
यह जुड़ाव शतरंज सेट को प्रतिष्ठा और महत्व का स्तर देता है जो अन्य शतरंज सेटों में नहीं मिलता है। इसके अतिरिक्त, वेटिकन शतरंज सेट को दुनिया के सबसे मूल्यवान शतरंज सेटों में से एक माना जाता है, जिसके टुकड़े नीलामी में हजारों डॉलर में बिकते हैं।